मंगलवार, 28 अप्रैल 2009

बरसातमे पहाडियों से गुफ्तगू करती बदरियाँ ...

waste not want not....

Misty hills in rains!!

बारिशों मे पहाडोंका क्या गज़ब गूढ़ आकर्षण होता है...रेशमके कपडेपे water कलर, उसके ऊपर धुंद दिखानेके लिए शिफोनका एक layer ....कुछ अन्य रंगों के तुकडे, ज़मीन, पहाड़, घान्सफूस, दिखलाते है...इन कपडों पे कढाई की गयी है....कल्पना ली गयी थे, मुम्बई-पुनेके सफरके दौरान, लोनावलाकी पहाडियों को देख...

4 टिप्‍पणियां:

'sammu' ने कहा…

very romantic .

नीरज गोस्वामी ने कहा…

काश लोनावला की पहाडिया भी इतनी खूबसूरत होतीं...ये खूबसूरती पहाडियों की नहीं आप की आँख की है जो ये सब देख पातीं हैं...गज़ब.
नीरज

aasha sharma ने कहा…

bahut khub kaam hai shamaa ji, mujhe bhi iss tarah kaa kaam karna behad pasan hai, or karti bhi hu, main lalit kala ki stdnt hu, or pg kar rahi hu, kabhi aapki madad ki jarurat ho to jarur kijiyega, mujhse jo ban padega main karungi.

aasha sharma ने कहा…

ji, jarur.