मंगलवार, 6 अप्रैल 2010

एक सुनहरी शाम


कुछ हाथ करघेसे बने सिल्क के टुकड़े, थोडा घरपे काता और रंगा गया सूत और रंगीन रुई के ( sliver)टुकड़े,थोडा tissue जिसका कुछ हिस्सा रंगीन रुई के टुकड़ों पे चढ़ाया गया है....और हाथसे की कढ़ाई...इन सबसे यह भित्ती चित्र मैंने बनाया है.

3 टिप्‍पणियां:

वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा…

वाह!!!! बहुत ही सुन्दर. मै भी कोशिश करूं क्या?

Basanta ने कहा…

It's very beautiful! Very impressive!

बेनामी ने कहा…

CONGRATULATION!!! C: